लखनऊ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कानपुर यातायात पुलिस के 32 जवानों को पायलट प्रोजेक्ट के तहत वातानुकूलित हेलमेट वितरित किए। सीएम योगी ने आरक्षी सुगौरव तिवारी को अपने हाथ से हेलमेट पहनाया। यातायात कर्मियों को प्रचंड गर्मी से राहत दिलाने के लिए कानपुर के पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार के इस प्रयास की सराहना की। आइए जानते हैं इस हेलमेट की क्या-क्या हैं विशेषताएं।
- हेलमेट वस्तुतः एयरकंडीशंड नहीं है, यह तापमान नियंत्रित करता है इसलिए इसे ‘एसी’ कहा गया है।
- इसमें हार्ड प्लास्टिक शील्डयुक्त चश्मे भी लगे हुए हैं, जिससे पुलिसकर्मियों की आंखों का भी धूप से बचाव होगा।
- यह हेलमेट बैटरी और चिप से संचालित होते हैं।
- बैटरी से इसमें लगा छोटा सा पंखा चलेगा।
- बैटरी एक बार चार्ज होने पर छह से आठ घंटे तक चलेगी।
- यह सामान्य हेलमेट से भारी है।
12 से 16 हजार रुपए हैं हेलमेट की कीमत
इसकी कीमत 12 से 16 हजार के बीच है। हेलमेट का निर्माण हैदराबाद की कंपनी जर्श ने किया है। कंपनी आईआईएम और बिट्स पिलानी के पूर्व छात्रों ने मिलकर बनाई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जवान चौराहे पर खड़े होकर यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करते हैं। कई बार ऐसा करते-करते जवान बेहोश हो जाते हैं या कोई अप्रिय घटना हो जाती है। यह एसी हेलमेट कुछ हद तक मदद करने में सहभागी बनेगा।