प्रयागराज इलाहाबाद हाई कोर्ट ने प्रयागराज मंडल में सबसे बड़े चिकित्सालय स्वरूपरानी नेहरू (एसआरएन) अस्पताल की हालत का निरीक्षण करने के लिए दो वकीलों की टीम नियुक्त कर उनसे एक सप्ताह में रिपोर्ट मांगी है।
एसआरएन अस्पताल में आवारा कुत्तों-चूहों के आतंक से मरीज और उनके तीमारदार परेशान हैं। वार्डों में कुत्ते टहलते हैं। चूहे सरकारी दवाई के साथ-साथ मरीजों का रखा सामान खा जाते हैं। ऐसी खबरों को लेकर इलाहाबाद हाई कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए जनहित याचिका कायम की है।
न्यायमूर्ति एमके गुप्ता तथा न्यायमूर्ति मनीष कुमार निगम की खंडपीठ ने इस याचिका की सुनवाई करते हुए राज्य सरकार के दो वकीलों को मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज के इस अस्पताल में जाकर निरीक्षण करने और कोर्ट में रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया।
अपर मुख्य स्थायी अधिवक्ता एके गोयल और स्थायी अधिवक्ता नीरज कुमार कोर्ट के निर्देश के बाद गुरुवार को तत्काल अस्पताल पहुंचे और निरीक्षण किया। इस केस में मेडिकल कालेज की तरफ से एक हलफनामा दाखिल किया गया है, जो सुनवाई के दौरान रिकार्ड पर उपलब्ध नहीं था।
बता दें, एसआरएन अस्पताल में इलाज के लिए मप्र के रीवा -सिंगरौली तक से मरीज आते हैं। मरीज और उनके तीमारदार की आमतौर पर शिकायत यही रहती है कि डाक्टरों के साथ-साथ पैरा मेडिकल स्टाफ का व्यवहार रूखा रहता है।