आगरा रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) की टीम की संयुक्त जांच में शनिवार को 1.51 करोड़ रुपये बरामद किया। प्लेटफार्म नंबर एक में दो युवकों को रोका। युवकों के पास काले रंग के दो बैग थे। टीम ने युवकों से बैग को खोलने के लिए कहा। युवकों ने कपड़े होने की बात कही। टीम ने जैसे ही बैग खोले चौंक गए।
चांदी का सामान बेचने जाते युवकों को भी पकड़ा था
आगरा कैंट और राजा की मंडी से हर दिन करोड़ों रुपये की चांदी गैर राज्यों में जाती है। कारोबारी यहां पर चांदी का सामान बेचने के लिए आते हैं। दो सप्ताह पूर्व कैंट स्टेशन से ऐसे ही दो युवकों को आरपीएफ ने पकड़ा था। शनिवार शाम साढ़े चार बजे आरपीएफ और जीआरपी की संयुक्त जांच चल रही थी। सिपाहियों ने प्लेटफार्म नंबर एक पर दो युवकों को देखा।
कुआं खेड़ा निवासी अंकित गुप्ता और गंज मोहल्ला फिरोजाबाद के अनुज परिहार शामिल थे। अनुज के पास काले रंग का बैग था। इसे खोलकर देखा गया तो इसमें 500-500 रुपये के बंडल निकले। दूसरा बैग अंकित के पास था। इसमें भी नोट भरे हुए थे। पूछताछ में युवकों ने बताया कि सुपर फास्ट ट्रेन का टिकट खरीदा था। किसी भी ट्रेन से वह नई दिल्ली जाते थे। लंबे समय से नई दिल्ली से माल खरीदकर लाते हैं। माल की बिक्री आगरा में की जाती है।
नहीं थे दस्तावेज
दोनों युवकों के पास कोई भी दस्तावेज नहीं था। शाम साढ़े पांच बजे आयकर विभाग की टीम पहुंच गई। टीम ने कैश की गिनती की। अनुज के बैग में 84.68 लाख रुपये और अंकित के बैग में 67 लाख रुपये निकले। उप निरीक्षक आशीष कुमार ने बताया कि दोनों युवकों के पास से 1.51 करोड़ रुपये मिले हैं। कैश किस तरीके से आया, इसका कोई भी दस्तावेज नहीं दिखा सके। आयकर विभाग की टीम कैश अपने साथ लेकर गई है। टीम में रफीक, राजकुमार, प्रेम सिंह शामिल रहे।
नमक की मंडी से उठाया था कैश
पूछताछ में युवकों ने बताया कि सोनू नामक युवक ने नमक की मंडी में 1.51 करोड़ रुपये दिए थे। पूरी रकम नई दिल्ली में एक युवक को देनी थी। युवक का नाम नहीं बता सके। फोन आने की बात कही। जीआरपी इंस्पेक्टर कैंट समर सिंह ने बताया कि देर शाम फिरोजाबाद के व्यापारी अखिल गुप्ता थाने पहुंचे। व्यापारी ने कहा कि सोना की बिक्री कर रकम लेकर जा रहे थे। हालांकि मौके पर कोई भी दस्तावेज नहीं दिखा सके।