गोरखपुर चौरी चौरा के भाजपा विधायक ई. सरवन निषाद ने अपनी जान को खतरा बताते हुए पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों पर सुरक्षा घटाने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि दो बार जान मारने की धमकी मिलने के बाद सुरक्षा में चार गनर लगाए गए थे।
चुनाव में दो गनर हटा लिए गए। पत्र लिखने के बाद भी किसी ने ध्यान नहीं दिया। अधिकारी मनमानी पर उतारू हैं, पुलिस कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न कर रही है।
शनिवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी करके विधायक ने कहा कि भाजपा पिछड़ा मोर्चा के प्रदेश कार्य समिति सदस्य दीपक जायसवाल के साथ चौरी चौरा पुलिस ने कार्यालय में पहुंचकर दुर्व्यवहार किया। इससे समाज में गलत संदेश जाने के साथ ही कार्यकर्ता निराश हुए हैं।
अधिकारियों ने इस मामले में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की। एक वर्ष पूर्व मुझे जेल से जान से मारने की धमकी मिलने पर सुरक्षा बढ़ाई गई थी। जिसे मनमाने तरीके से हटा लिया है। अपने समाज के हक कर लड़ाई लड़ने की वजह से वह विरोधियों की आंखों में खटकते हैं।
तमाम निषाद समाज के नेताओं की निर्मम हत्या हुई है। सुरक्षा हटाकर जिला प्रशासन मेरे विरुद्ध साजिश कर रहा है। विधायक ने कहा कि जल्द ही मुख्यमंत्री से मिलकर पूरे मामले को अवगत कराने के साथ ही दोषियों पर कार्रवाई की मांग करुंगा।
गोरखपुर डीएम कृष्णा करूणेश ने कहा कि विधायक को एक ही गनर अनुमन्य है, लेकिन उन्हें दो गनर उपलब्ध कराया गया है। जिले में नए शस्त्र लाइसेंस बनाए जाने पर सख्ती है। मगर, उन्हें हाल ही में शस्त्र लाइसेंस भी जारी किया गया है। क्षेत्र में जब वह भ्रमण करते हैं तो हमेशा उनके साथ तहसीलदार, नायब तहसीलदार और सीओ, थानाध्यक्ष आदि रहते हैं। उनको पूरी सुरक्षा दी जा रही है। यदि उन्हें किसी पर संदेह है तो वे बताएं, जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।
एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर ने कहा कि माननीय विधायक के सुरक्षा की समीक्षा समय-समय पर की जाती है। सुरक्षा की दृष्टि से वर्तमान में उन्हें अनुमन्य के अलावा एक अतिरिक्त गनर दिया गया है। आवास व क्षेत्र में रहने के दौरान स्थानीय थाने की पुलिस मौजूद रहती है।