बरेली बरेली में दरोगा के बेटे अमन की हत्या के मामले में नामजद आरोपी राम गूजर को एसओजी ने बहाने से बुलाकर किला पुलिस को सौंपा, जो मंगलवार सुबह के वक्त थाने से फरार गया। इसके बाद पुलिस और एसओजी में आपसी खींचतान बढ़ गई है। एसएसपी ने सीओ द्वितीय को मामले की जांच सौंप दी है।
अमन की हत्या को आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की गई थी। मामला खुलने के बाद अमन की मां ने किला थाने में कुछ लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट कराई थी। पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि नामजद आरोपी राम गूजर को एसओजी ने पकड़कर सोमवार को किला पुलिस के हवाले किया था।
पुलिस ने उसे हवालात में डालने के बजाय मुंशी के पास ऐसे ही बैठा दिया था। उसका मोबाइल फोन पुलिस ने जमा करा लिया था। बताया जा रहा है कि सुबह के वक्त वह थाने से खिसक गया। एसओजी को इसकी जानकारी मिली तो इसे थाना पुलिस की कोताही से जोड़ा गया। ये अलग बात है कि थाने से लेकर एसओजी के जिम्मेदार इस मामले में खुलकर कुछ कहने से बच रहे हैं।
एसओजी का मुखबिर है राम गूजर
किला थाना क्षेत्र में होने वाले अनैतिक क्रियाकलापों में पुलिस के साथ ही विशेष टीम की भूमिका रहती है। यहां से जुड़े मामलों में एसओजी के सदस्य कई बार निलंबित और लाइनहाजिर हो चुके हैं। बताया जा रहा है कि राम गूजर एसओजी का खास मुखबिर है। राम गूजर व उसके साथी पीयूष शंखधार पर हत्या का मुकदमा पहले से चल रहा है।
एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि किला थाने से आरोपी के निकलने की जानकारी मिली है। इस मामले में सीओ टू को जांच दी गई है। इसमें सीसीटीवी फुटेज व मोबाइल लोकेशन आदि की जांच होगी। जिसकी भूमिका संदिग्ध मिलेगी, उस पर कार्रवाई की जाएगी।