इटावा सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा जब से सरकार में आई है तब से आरक्षण के साथ खिलवाड़ कर रही है। आरक्षण की मूल भावना के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। भाजपा नहीं चाहती है कि बहुजन समाज, पिछड़े, दलित व आदिवासी जिन्हें सम्मान के साथ जीने का अवसर मिलता है, उन्हें आगे बढ़ने का अवसर दिया जाए।
अखिलेश यादव रविवार को भरथना में दिबियापुर विधायक प्रदीप यादव के पौत्र आर्यन यादव के शादी समारोह के अवसर पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारी मांग थी कि जातीय जनगणना कराई जाए और आबादी के हिसाब से सम्मान मिले। यही मांग मंडल कमीशन की थी। बाबा साहब और मुलायम सिंह यादव की भी यही मंशा थी। केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि जो लोग पत्र लिखकर दिखावटी काम कर रहे हैं, वे लोग भाजपा को बचाना चाहते हैं।
पहला सवाल यह है कि यही लोग जो आज चिंता व्यक्त कर रहे हैं, उस समय कहां थे जब दिल्ली व उत्तर प्रदेश से कुलपतियों की तैनाती हुई थी। जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में पीडीए परिवार के लोगों का ध्यान नहीं रखा गया। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा उपचुनाव में भाजपा हारेगी। तारीखों की घोषणा होने के बाद रणनीति तय की जाएगी। लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की जनता ने संविधान को बचाने के लिए मतदान किया। लोकसभा में डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष को मिलना चाहिए।
आरएसएस पर कसा तंजा
सैफई स्थित कार्यालय में कार्यकर्ताओं से रूबरू होते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि सपा कार्यकर्ता एक जुलाई से एक सप्ताह तक गांव-गांव में पेड़ लगाएंगे। पेड़ लगाकर नई अलख जगाएं ताकि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखाओं को लगाने वालों को जवाब दिया जा सके। उनकी शाखाओं को लगाने से कुछ होने वाला नहीं है। पेड़ लगाने और उसकी जड़ें मजबूत होने से हर तरफ हरियाली ही हरियाली दिखाई देगी।