प्रयागराज माफिया अतीक अहमद के साढ़ू मो. इमरान और उसके करीबी गुड्डू और गुर्गों के अलीना सिटी फेज-1 में की गई अवैध प्लाटिंग को बुलडोजर से गुरुवार को ढहाया गया। प्रयागराज विकास प्राधिकरण की टीम ने बीरमपुर में 20 बीघा से अधिक क्षेत्रफल में इस प्लाटिंग को ढहाया।
भूखंडों पर चहारदीवारी तोड़ने के साथ ही सड़कों को जेसीबी से उखाड़ दिया गया। इसके पहले भी माफिया के रिश्तेदारों और गुर्गों की ओर से की गई प्लाटिंग को ध्वस्त किया जा चुका है। पीडीए से ले आउट पास कराए बिना ही प्लाटिंग की जा रही थी। पीडीए के जोनल अधिकारी ने बताया कि अलीना सिटी में कई लोगों को भूखंड बेचे भी जा चुके हैं।
सरकारी हुई अतीक की बेनामी जमीन पर बन सकता है गरीबों का आशियाना
इससे पहले मंगलवार को सरकारी हुई माफिया अतीक की 50 करोड़ रुपये की बेनामी जमीन पर गरीबों के लिए आशियाना, अस्पताल या फिर विद्यालय बन सकता है। शासन ने इस संबंध में पुलिस व प्रशासन से प्रस्ताव मांगा है।
इसे देखते हुए पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी प्रोजेक्ट बनाने पर मंथन करने लगे हैं। बताया गया है कि गौसपुर कटहुला स्थित जमीन एयरपोर्ट के काफी नजदीक है। उसी के पास साइबर थाना समेत कई अन्य सरकारी कार्यालय बनाने की बात कही गई है। इस दृष्टिकोण सरकारी हुई माफिया अतीक की बेनामी जमीन को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
गौरतलब है माफिया अतीक ने वर्ष 2015 में लालापुर के मानपुर गांव के राज मिस्त्री हुबलाल के नाम पर 14 गरीब लोगों की जमीन रजिस्ट्री करवाई थी। हुबलाल और उसके परिवार को जान से मारने की धमकी गई थी। माफिया की मौत के बाद पुलिस ने संपत्ति की जांच शुरू की तो अतीक की बेनामी प्रापर्टी का पता चला।
गैंगस्टर एक्ट के तहत उसे कुर्क किया गया। चार दिन पहले जिला अदालत की गैंगस्टर कोर्ट ने माफिया के बेनामी जमीन को सरकार में निहित करने का आदेश दिया था।