नई दिल्ली 80 लोकसभा सीटों वाला राज्य उत्तर प्रदेश इन दिनों सुर्खियों में बना हुआ है। पिछले चुनाव की तुलना में इस बार हुए 29 सीटों के नुकसान से भाजपा न सिर्फ अचंभित है, बल्कि चिंतित भी है। प्रदेश सरकार और संगठन के बीच खींचतान की खबरों के बीच बुधवार को प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मिले। ताजा घटनाक्रम को देखते हुए इस मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है। बहुत जल्द सरकार और संगठन में कुछ बदलाव हो सकते हैं, हालांकि, यह बहुत बड़े स्तर पर नहीं होगा।
भूपेंद्र चौधरी, केशव मौर्य पहुंचे दिल्ली
हाल ही में उत्तर प्रदेश भाजपा की कार्यसमिति की बैठक हुई और उसके तुरंत बाद मंगलवार को प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य नई दिल्ली पहुंचे। दोनों वरिष्ठ नेताओं ने यहां पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की।
चर्चा थी कि इन दोनों नेताओं ने प्रदेश में सरकार से गड़बड़ाए समन्वय का तर्क रखते हुए बदलाव को जरूरी बताया। चर्चा यह भी है कि हाईकमान की ओर से कहा गया है कि विवाद खड़ा करने वाले बयानों को विराम देकर सरकार और संगठन में समन्वय के साथ काम करें। इसके बाद भूपेंद्र सिंह चौधरी बुधवार को प्रधानमंत्री से मिलने पहुंचे। इसके बाद चौधरी गृह मंत्री अमित शाह से भी मिले।
उपचुनाव को लेकर संगठन की तैयारियों का सौंपा ब्योरा
सूत्रों के अनुसार, भूपेंद्र सिंह चौधरी को प्रधानमंत्री की ओर से मिलने के लिए कहा गया था। बताया जा रहा है कि प्रदेश अध्यक्ष ने तमाम सर्वे रिपोर्ट और आकलन के आधार पर प्रधानमंत्री को बताया है कि उत्तर प्रदेश में पार्टी के निराशाजनक परिणाम के क्या मुख्य कारण रहे। दस विधानसभा सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव को लेकर संगठन की तैयारियों का ब्योरा सौंपा।
साथ ही अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा हुई। संभावना यह भी जताई जा रही है कि प्रधानमंत्री की ओर से यह संदेश भी दिया गया होगा कि संगठन और सरकार के बीच तालमेल बनाकर आगे बढ़ा जाए। सरकार की ओर से संगठन का ध्यान रखा जाएगा, लेकिन संगठन को सरकार की उपलब्धियों को जमीन तक पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभानी चाहिए।
भूपेंद्र चौधरी ने बताया क्या हुई पीएम मोदी से बातचीत
वहीं, इस बारे में भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि वह प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से मिले हैं। उन्होंने अपने इस्तीफे की चर्चाओं को नकारते हुए कहा कि यह मुलाकात संगठन और लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन को लेकर थी। लोस चुनाव के परिणाम और उपचुनाव की तैयारियों पर चर्चा हुई है। इसके अलावा प्रधानमंत्री व गृह मंत्री को प्रदेश के ताजा सियासी हालातों के बारे में भी अवगत करवाया है।