बरेली शहरी क्षेत्र की बिजली आपूर्ति में सुधार के लिए योजना पर काम शुरू हो गया है। 220 से ज्यादा ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़ायी जाएगी।
80 ट्रांसफार्मरों की सुरक्षा के मद्देनजर फेंसिंग होगी। 120 ट्रांसफार्मर में नई सर्किट लगाने का काम होगा। आठ किलोमीटर के क्षेत्र में 11केवी लाइन की क्रासिंग को सुरक्षित किया जाएगा। योजना के लिए नगर निगम ने बिजली निगम को सात करोड़ रुपये की धनराशि जारी कर दी है।
क्षेत्र में 70 ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि का होगा काम
जीर्णोद्धार योजना के दूसरे चरण में बरेली जिले से एक शहरी और एक ग्रामीण डिवीजन को चिह्नित किया है। योजना से शहरी क्षेत्र के तहत आने वाले डिवीजन-2 के तहत आने वाले रामपुर रोड स्थित सीबीगंज, किला छावनी, परसाखेड़ा, लोहिया विहार, रहपुरा, स्वाले नगर, जागृति नगर समेत आसपास के इलाकों में बिजली आपूर्ति में सुधार किया जाएगा। क्षेत्र में 70 ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि का काम होगा, जबकि सीबीगंज और लोहिया विहार के क्षेत्र में 35 ट्रांसफार्मर पर सुरक्षा के लिए फेंसिंग का कार्य होगा।
क्षेत्र में 70 ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि का काम होगा
बिजली दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए तीन किलोमीटर में 11केवी लाइन की क्रासिंग को सुरक्षित किया जाएगा। 20 ट्रांसफार्मर पर नई सर्किट लगाने का काम होगा। जबकि किला क्षेत्र के तहत वहीं ग्रामीण क्षेत्र से तहत आने वाले शहरी सीमा में शामिल होने वाले मलूकपुर नाला, जसौली, कुंवरपुर, जसौली समेत आसपास के इलाकों में मौजूदा बिजली व्यवस्था में सुधार के लिए संभावित 60 ट्रांसफार्मर की क्षमता बढा़ई जाएगी।
इसके साथ ही फूटा दरबाजा, जसौली, बाकरगंज में खुले में लगे ट्रांसफार्मर की फेंसिंग की जाएगी। वहीं ग्रामीण क्षेत्र के डिवीजन-प्रथम के शहरी में शामिल फतेहगंज पश्चमी के तहत आने वाले
क्षेत्र रसियाबाद, बंडिया, नदौसी, नबदिया, पस्तौर, ट्यूलिया आदि इलाकों में 55 ट्रांसफार्मरों पर क्षमता वृद्धि और फेसिंग का काम होगा। जबकि फतेहगंज पूर्वी उपखंड के क्षेत्र में शामिल फरीदपुर तहसील, फरीदपुर ग्रामीण, फतेहगंज पूर्वी व परेड़ा आदि क्षेत्र में बिजली आपूर्ति में सुधार और सुरक्षा के लिए 20 ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि का काम होगा, जबकि 40 ट्रांसफार्मर पर तार फेंसिंग और टीपीएमओ लगाने के साथ क्रास होने वाली जर्जर लाइनों को बदला जाएगा।
जीर्णोद्धार योजना के दूसरे चरण में शहरी क्षेत्र से डिवीजन दो और ग्रामीण में डिवीजन एक को शामिल किया है। योजना से शहरी क्षेत्र के डिवीजन पर पांच करोड़ व ग्रामीण क्षेत्र में दो करोड़ रुपये खर्च किया जाएगा। संबंधित डिवीजन के एक्सईएन से जरूरी कार्यों का प्रस्ताव मांगा गया है।