आगरा UP News Hathras Stampede: साकार विश्व हरि के सत्संग में भगदड़ मचने से बड़ी संख्या में लोगों के घायल होने के बाद हाथरस से आगरा तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया, जिससे कि घायल कहीं जाम में नहीं फंसें।
हाथरस में गंभीर हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस-प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हो गया। सबसे बड़ी चिंता घायलों को एसएन तक पहुंचाने की थी। इसके लिए पुलिस ने हाथरस से आगरा तक ग्रीन कॉरिडोर बनाने का निर्णय ले लिया। हाथरस बार्डर पर स्थित गोविंदपुर पुलिस चौकी से लेकर खंदौली, ट्रांस यमुना, कमला नगर, न्यू आगरा, हरीपर्वत और एमएम गेट थाने की पुलिस को अलर्ट कर दिया गया।
30 शव लाने की सूचना पर अलर्ट रही पुलिस
सड़क और चौराहों पर यातायात पुलिस भी सक्रिय रही। पोस्टमार्टम हाउस पर 30 से अधिक शव लाने की सूचना मिलते ही पुलिस चौकी पर तैनात पुलिसकर्मियों के हाथ-पांव फूल गए। पंचनामा भरने व सभी के साथ पांच लोगों के मिलने की चिंता सताने लगी। पंचनामा भरने की प्रक्रिया के लिए दो एसीपी और 50 पुलिसकर्मी तैनात किए गए।
डीसीपी सिटी सूरज राय ने इसकी मॉनिटरिंग की। एडीएम सिटी अनूप कुमार और एसीएम प्रथम रतन कुमार भी पोस्टमार्टम हाउस पर मौजूद रहे। जिला अस्पताल व एसएन मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी अलर्ट पर रहे। घायलों के लिए बेड तैयार किए गए। इमरजेंसी के गेट के समीप डेढ़ दर्जन से अधिक स्ट्रेचर की व्यवस्था की गई थी। पोस्टमार्टम हाउस पर कम प्रकाश देखते हुए वहां रात में ही लाइट लगवाई गईं। प्राचार्य डा. प्रशांत गुप्ता और एसीपी कोतवाली आनंद कुमार ने व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
एक टीम में रहे चार लोग
स्वास्थ्य विभाग ने पोस्टमार्टम के लिए तीन टीमें बनाईं। प्रत्येक टीम में एक चिकित्सक, एक फार्मासिस्ट, एक डाटा आपरेटर और एक सफाईकर्मी रहा। सीएमओ डा. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि जरूरत पड़ने पर टीमों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।
आगरा से हाथरस भेजीं एंबुलेंस, शव वाहन
हादसे की जानकारी होते ही स्वास्थ्य विभाग ने आगरा से पांच एंबुलेंस और दो शव वाहन हाथरस के लिए रवाना कर दिए। एंबुलेंस में चिकित्सक, फार्मासिस्ट और पैरामेडिकल स्टाफ भी था।