मैसुरु कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दरमैया ने गुरुवार को आरोप लगाया कि उन्हें फर्जी तरीके से जमीन आवंटन के मामले में अनवाश्यक रूप से निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि उनके खिलाफ इसलिए साजिश रची जा रही है, क्योंकि वह पिछड़े वर्ग समुदाय से आते हैं और दूसरी बार मुख्यमंत्री बने हैं।
आरोप है कि मैसुरु शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) ने मुख्यमंत्री की पत्नी पार्वती को पाश इलाके में करोड़ों का भूखंड दिया है। हालांकि, दस्तावेजों में बताया गया है कि पार्वती के स्वामित्व वाली करीब चार एकड़ जमीन के अधिग्रहण के बदले उन्हें पाश इलाके में यह प्लॉट दिया गया है। भाजपा इस वैकल्पिक जमीन आवंटन को अवैध बता रही है।
आज मैसुरु में करेंगे महा प्रर्दशन
सिद्दरमैया की ओर से यह प्रतिक्रिया तब सामने आई है, जब भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने इस जमीन घोटाले के खिलाफ 12 जुलाई को सिद्दरमैया के गृह जिले मैसुरु में महा प्रदर्शन का एलान किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्या हमने एमयूडीए घोटाला जांच के लिए नहीं दिया है। भाजपा राजनीति के लिए ये सब चीजें कर रही है। अगर वे राजनीति करते हैं, तो हमें भी राजनीति करनी होगी। जमीन आवंटन को लेकर भाजपा द्वारा उनकी पत्नी को निशाना बनाने के बारे में पूछे जाने पर सिद्दरमैया ने कहा कि उन्हें बताना पड़ेगा कि यह कहां अवैध है। हम कह रहे हैं कि चीजें कानूनी हैं।
भाजपा ने जांच की मांग की
वहीं, भाजपा विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल ने कर्नाटक हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एन वी अंजारिया को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि वह एमयूडीए घोटाले का स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला शुरू करें, जिसमें मुख्यमंत्री सिद्दरमैया की पत्नी लाभार्थी के तौर पर शामिल हैं। भाजपा नेता सी टी रवि ने मुख्यमंत्री सिद्दरमैया के बचाव को बेईमानी करार दिया है।