चित्रकूट मुहर्रम के जुलूस के दौरान उपद्रव कर रहे जिस युवक को पुलिस पकड़कर ले गई, उसका शव बिना कपड़ों के थाने से डेढ़ किमी दूर रेलवे ट्रैक पर पड़ा मिला। स्वजन ने पुलिस पर पीट-पीटकर मार डालने का आरोप लगाया है।
गुस्साए लोगों ने मानिकपुर बाजार बंद कराकर करीब छह घंटे हंगामा किया। डीएम शिव शरणप्पा जीएन व एसपी अरुण कुमार सिंह ने किसी तरह स्वजन को शांत कराया। थाना प्रभारी समेत 35 पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस पिटाई से मौत होने की बात से इनकार कर रही है।
एसपी ने चार पुलिसकर्मियों को किया सस्पेंड
एसपी ने बताया कि रविवार देर शाम युवक थाने से भागने के बाद ट्रेन के आगे कूद गया। प्रथमदृष्टया दोषी मिलने पर थाना प्रभारी, हेड मुहर्रिर और दो सिपाहियों को निलंबित किया गया है। इनका दोष यह है कि युवक थाने से भागा था तो सूचना उसके घर पर देनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं किया।
मुहर्रम के जुलूस में नशे में कर रहा था उपद्रव
स्टेशन अधीक्षक सुरेश मालवीय ने बताया कि साकेत सुपरफास्ट के चालक ने 8:30 बजे सूचना दी थी कि ट्रेन के आगे भाग रहा युवक जंक्शन से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर गुरौला फाटक के पास कट गया है। नत्थू रायकवार का पुत्र अंशू रविवार शाम करीब चार बजे स्टेशन के पास मुहर्रम जुलूस में शराब के नशे में सिर्फ जींस पहन कर उपद्रव कर रहा था। जुलूस में महिलाएं भी शामिल थीं। इस पर पुलिस उसे पकड़कर थाने ले गई। रात करीब 10:30 उसका शव पड़ा मिला।