गोरखपुर पूर्व मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह के बेटे व कैंपियरगंज से भाजपा विधायक फतेह बहादुर सिंह ने अपनी जान को खतरा बताया है। दैनिक जागरण से बातचीत में उन्होंने कहा कि पांच करोड़ रुपये में मेरी हत्या का ठेका दिया गया है। एक करोड़ चंदा जुटा लिया गया है। साजिशकर्ताओं के बारे में पुलिस को बताने के बावजूद 10 दिन में कोई कार्रवाई नहीं हुई, इसलिए मुझे मीडिया में आना पड़ा।
गुरुवार देर शाम डीएम और एसएसपी ने संयुक्त बयान जारी कर बताया कि विधायक ने भाजपा की जिला पंचायत सदस्य सरोज देवी के बेटे राजीव रंजन चौधरी पर हत्या की साजिश का आरोप लगाया है। पुलिस मामले की जांच में लगी हैं।
उधर, आरोपित पक्ष का कहना है कि विधायक लोकसभा चुनाव में सपा प्रत्याशी काजल निषाद के प्रचार का दबाव बना रहे थे। मना कर दिया, इसलिए फर्जी मुकदमे में फंसाकर हमारी हत्या कराना चाहते हैं।
फतेह बहादुर सिंह का एक वीडियो भी इंटरनेटमीडिया पर प्रसारित हो रहा है। इसमें उनका कहना है, 11 दिन पूर्व एक व्यक्ति ने फोन कर बताया कि आपकी जान को खतरा है। अगले दिन वही व्यक्ति ने मुझसे आकर मिला, जिसे हत्या की सुपारी दी जा रही थी।
उन्होंने कहा कि एसपी साजिशकर्ताओं के साथ खाना खा रहे हैं, सीओ और थानेदार चाय पी रहे हैं। पुलिस यदि जांच नहीं कर सकती तो सीबीआइ या किसी रिटायर्ड जस्टिस से करा ली जाए। इसी सोच के साथ मैंने गृहमंत्री और राष्ट्रीय अध्यक्ष को प्रकरण से अवगत कराया।
विधायक ने कहा, चार दिन बाद साजिशकर्ताओं का नाम मीडिया में सार्वजनिक कर दूंगा। बता दें, फतेह बहादुर सिंह की पत्नी साधना सिंह गोरखपुर की जिला पंचायत अध्यक्ष हैं।
कैंपियरगंज से भाजपा की जिला पंचायत सदस्य सरोज देवी और उनके बेटे राजीव रंजन चौधरी ने गुरुवार की देर शाम इंटरनेट मीडिया पर वीडियो जारी कर अपना पक्ष रखा।
कहा, विधायक फतेह बहादुर सिंह ने चुनाव में भाजपा का विरोध करने के लिए कहा था। हमारे मना कर पर अब उन्होंने परिवार का जीना दुश्वार कर दिया है। वह फर्जी मुकदमे में फंसाकर जेल भिजवाना चाहते हैं। विधानसभा क्षेत्र के हजारों लोगों पर फर्जी मुकदमा लगवाकर वह जेल भिजवाते रहे हैं।