गोंडा बीते 32 घंटे में तीन स्थानों पर हाईटेंशन तार टूट गया, इससे लगभग 200 गांवों की बिजली आपूर्ति बाधित रही। शुक्रवार सुबह साढ़े सात बजे से बिजली उपकेंद्र तरबगंज ग्रामीण व तहसील के दो सौ गांवों की बिजली आपूर्ति बाधित है।
जिला मुख्यालय जेलरोड पर स्थित 220 केवी उपकेंद्र से तरबगंज को जाने वाली 33 हजार लाइन का तार उमरापुर चौहान गांव में शुक्रवार सुबह साढ़े सात बजे टूटकर गिर गया था। जिससे बिजली उपकेन्द्र तरबगंज ग्रामीण के डुमरियाडीह, बहादुरपुर प्रथम व बहादुरपुर द्वितीय, ढोमवा फीडर व तरबगंज तहसील उपकेंद्र के दो उपकेंद्रों से बिजली आपूर्ति बंद हो गई थी।
शुक्रवार शाम पांच बजे तक लाइन सही कर आपूर्ति बहाल की गई, लेकिन कुछ देर बाद ही शाम साढ़े सात बजे कटहा घाट के पास 33 हजार लाइन टूट कर गिर गई। बिजली तार टूटने से आवाज हुई, जिससे आस-पास के गांवों में भय व्याप्त हो गया।
200 गांवों की बिजली बाधित
बिजली अवर अभियंता ने टीम के साथ लाइन को सही किया। देर रात दो बजे तार को जोड़ने के बाद आपूर्ति बहाल कराई गई। लगभग 40 मिनट बाद फिर तार टूटकर गिर गया इससे 200 गांवों की बिजली आपूर्ति बाधित हो गई।
शनिवार को पांच बजे तक बिजली आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी। बिजली आपूर्ति अघोषित होने से लोग लगभग दो लाख की आबादी परेशान रही। उप खंड अधिकारी शिव कुमार वर्मा ने कहा कि 33 हजार लाइन टूट जाने से तरबगंज ग्रामीण व तरबगंज टाउन उपकेंद्र की बिजली आपूर्ति बाधित रही। दो बार तार जोड़ा जा चुका है। तीसरी बार खराबी की सूचना लाइन को सही कराया जा रहा है। जल्द ही बिजली आपूर्ति बहाल करा दी जाएगी।
24 में दो-तीन घंटे मिली बिजली
तरबगंज सहयोगी के अनुसार एक दिन में तीन बार ब्रेकडाउन होने से 33 केवीए उपकेंद्र की बिजली आपूर्ति बाधित रही। जिसके चलते 24 घंटे में ग्रामीणों को महज दो से तीन घंटे की ही आपूर्ति सुनिश्चित हो सकी है।
अवर अभियंता सुरेश कुमार यादव का कहना है कि 33 केवीए लाइन के तार गिर जाने के कारण दो बार बिजली आपूर्ति बंद हुई थी। वही शनिवार दिन में लगभग 12 बजे आपूर्ति बहाल की गई लेकिन दोपहर बाद बिजली आपूर्ति ओवरलोड होने के चलते फिर 33 केवीए लाइन में खराबी आ गई और आपूर्ति बाधित है। जिसे शुरू करने का प्रयास किया जा रहा है।