गोरखपुर बाढ़ प्रभावितों को मिलने वाले राहत सामग्री की सूची में आपात्रों का नाम डलवाने का दबाव बना रहे पार्षद पति ने लेखपाल को फोन कर जान से मारने की धमकी दे दी। घटना के बाद अपने साथियों संग रामगढ़ताल थाने पहुंचे लेखपाल ने तहरीर दी। पार्षद पति भोला निषाद पर दलित उत्पीड़न, धमकी देने का मुकदमा दर्ज कर रामगढ़ताल थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।
लखनऊ के रुचिखंड आशियाना में रहने वाले लेखपाल रजत वर्मा सदर तहसील में तैनात हैं। रामगढ़ताल थाना पुलिस को दिए तहरीर में उन्होंने लिखा है कि हल्का संख्या 80 महेवा में कार्यरत है। क्षेत्र के सेमरा देवी प्रसाद, चकरादोयम, झरवा, खिरवनिया, महेवा व चकरा अवल बाढ ग्रस्त है। जिसमे सेमरा देवी प्रसाद वार्ड नंबर 51 के पार्षद पति भोला निषाद द्वारा 19 जुलाई को खाद्यान्न वितरण के दौरान वाद विवाद किया गया तथा जाति सूचक गाली देते हुए बाढ़ से प्रभावित लोगों की सूची को फाड़ दिया गया।
घटना के बाद वह मौके से चले आए। फिर रात में आठ बजे मोबाइल पर फोन करके भोला निषाद ने गाली व जान से मारने की धमकी दी जिसकी रिकार्डिंग है। पार्षद पति बाढ़ राहत वाली सूची में अपात्रों का नाम जोड़वा रहे थे।
पार्षद पति भोला निषाद ने कहा कि अपात्रों का नाम सूची में जोड़वाने का आरोप गलत है। लेखपाल से पीड़ित परिवार को राहत देने की बात कही गई थी। जांच में स्थिति साफ हाे जाएगी।
सीओ कैंट अंशिका वर्मा ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है। साक्ष्य के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।