वाराणसी जानेमाने उद्योगपति मुकेश अंबानी और नीता अंबानी के छोटे बेटे अनंत अंबानी शुक्रवार को राधिका मर्चेंट संग परिणय सूत्र में बंध गए। मुंबई के जियो वर्ल्ड सेंटर में विवाह की मंगलबेला में बनारसी खान-पान के स्वाद ने मेहमानों में अपनी ठसक बनाए रखी।
समारोह स्थल पर अलग से बनाया गया बनारस कार्नर शादी में शामिल होने वाले मेहमानों के आकर्षण का केंद्र बना रहा। इसे काशी के घाटों की हूबहू प्रतिकृति की तरह बनाया गया है, जहां उन्होंने बनारसी जायकेदार चटपटे चाट का स्वाद चखा तो क्षीर सागर की मिठाइयां भी उन्हें खूब भाईं।
अंत में बनारसी पान घुलाना नहीं भूले। बाबा विश्वनाथ मंदिर की प्रतिकृति और बनारस की समृद्ध और प्राचीन परंपराओं के बीच शादी की रस्में पूरी की गईं। स्वाद के साथ संगीत की जुगलबंदी भी थी। भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खां की नगरी काशी की शहनाई के मंगलगान ने मेहमानों का स्वागत किया।
गंगा द्वारे बधइया बाजे, कजरी, चैती, दादरा, टप्पा जैसी लोकधुनों ने वातावरण को बनारसी राग-धुनों से तरंगित किए रखा। शहनाई के अलावा सितार, सरोद, राजस्थानी लोकसंगीत, हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत, भजन और गजलों का भी मेहमानों ने आनंद लिया। प्रसिद्ध संगीतकार व गायक शंकर महादेवन, हरिहरन, सोनू निगम, श्रेया घोषाल, कौशिकी चक्रवर्ती, अमित त्रिवेदी, नीति मोहन और प्रीतम ने प्रस्तुतियां दीं।
गोदौलिया के काशी चाट भंडार के 13 कारीगरों के हाथों से बनी चार प्रकार के आलू टिक्की, टमाटर, पालक व चना कचौड़ी चाट के स्वाद का दबदबा पूरे समारोह में छाया रहा। काशी चाट भंडार के राकेश केशरी बताते हैं कि कुल्हड़ में चाट परोसी गईं। शाम छह बजे से शुरू हुए आयोजन में अनंत की मां नीता अंबानी ने स्वयं मेहमानों को कुल्हड़ में सजाई चाट खिलाई।
आलू, टमाटर, देसी घी, गर्म मसाला, टमाटर मसाला, चाट मसाला, नींबू, दही, नमकीन व धनिया पत्ती के स्वाद से सजे चाट अपनी सुगंध से सभी को आकर्षित कर रहे थे। काशी की प्रसिद्ध मिठाई की इस दुकान की खीर कदंब, मलाई बर्फी, मलाई गिलौरी व तिरंगा बर्फी का स्वाद चखे बिना शायद ही कोई मेहमान बचा।
इस दुकान की बंगाली मिठाइयां अधिक जायकेदार होती हैं। खीर कदंब के लिए यह सबसे अधिक प्रसिद्ध है। यहां की मिठाइयां शत प्रतिशत नेचुरल फ्रूट से निर्मित होती हैं।